16 जनवरी,2024 गोवा
भाकृअनुप-केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान (सीसीएआरआई), गोवा ने आज समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र संरक्षण के लिए काम करने वाले गैर सरकारी संगठन, कोस्टल इम्पैक्ट के सहयोग से एक समुद्री जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। पहल का प्राथमिक लक्ष्य, मछली की जैव विविधता तथा मानवता के लिए मूंगा चट्टानों के महत्व पर ध्यान केन्द्रित करते हुए समुद्री संरक्षण, शिक्षा एवं अनुसंधान के बारे में जागरूकता बढ़ाना था।
भाकृअनुप-सीसीएआरआई के निदेशक, डॉ. परवीन कुमार ने अपने संबोधन में तटीय क्षेत्र में समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र एवं मत्स्य पालन की भूमिका पर प्रकाश डाला।
समुद्री जीवन संरक्षण के लिए वैज्ञानिकों, तकनीकी कर्मचारियों, अनुसंधान विद्वानों और तटीय प्रभार टीम के बीच सक्रिय बातचीत हुई। टीम ने अनुसंधान, विकास एवं जागरूकता कार्यक्रम में भाकृअनुप-सीसीएआरआई के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान, गोवा)
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