12 फरवरी, 2024, कोच्चि
भाकृअनुप-केन्द्रीय मात्सिकी प्रौद्योगिकी संस्थान (सीआईएफटी), कोच्चि ने श्री अन्न क्षेत्र के भीतर उद्यमशीलता को बढ़ावा देने और हमारे दैनिक आहार में पोषक तत्वों से भरपूर बाजरा के महत्व को समझने के लिए श्री अन्न और मछली से तैयार खाद्य उत्पादों की एक श्रृंखला का अनावरण किया। भाकृअनुप-सीआईएफटी के मत्स्य प्रसंस्करण विभाग के वैज्ञानिकों के मार्गदर्शन में ग्लूटेन-मुक्त कुकीज़, फिशएमआई सॉसेज, श्री अन्न-आधारित बैटर फॉर्मूलेशन और कोलेजन पेप्टाइड से समृद्ध बाजरा मफिन वैज्ञानिक रूप से विकसित किए गए थे।
केन्द्र सरकार ने श्री अन्न उत्पादन और उपयोग को बढ़ाने के लिए विभिन्न योजनाएं लागू की हैं। संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन ने 2023 को अंतर्राष्ट्रीय श्री अन्न वर्ष घोषित किया, जिससे केरल में श्री अन्न-आधारित उत्पादों में वृद्धि हुई है।
उद्यमी अपने खाद्य पदार्थों में श्री अन्न और मछली प्रोटीन व्यंजनों को शामिल करके पोषण संबंधी कमियों को दूर कर सकते हैं और बाजार के अवसर पैदा कर सकते हैं, जो उनके पोषण मूल्य में काफी वृद्धि करते हैं। मछली प्रोटीन, ओमेगा-3 फैटी एसिड और कैल्शियम, फॉस्फोरस, आयरन, जिंक, आयोडीन, मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे आवश्यक खनिजों का एक समृद्ध स्रोत है, जो विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकती है, जिससे यह बच्चों, गर्भवती महिलाओं तथा बुजुर्ग के लिए फायदेमंद हो सकती है।
इन खाद्य पदार्थों का उत्पादन न केवल स्थानीय उद्यमियों के लिए रोजगार के अवसर प्रदान करता है बल्कि देश के आर्थिक विकास, खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने और समुदाय के भीतर रोजगार के नए अवसर पैदा करने में भी योगदान देता है।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय मात्सिकी प्रौद्योगिकी संस्थान, कोच्चि, केरल)
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