भाकृअनुप-एनआरसीजी ने अपना 29वां संस्थान स्थापना दिवस का किया आयोजन

भाकृअनुप-एनआरसीजी ने अपना 29वां संस्थान स्थापना दिवस का किया आयोजन

17 जनवरी, 2025, पुणे

भाकृअनुप-राष्ट्रीय अंगूर अनुसंधान केन्द्र, पुणे ने आज अपना 29वां स्थापना दिवस मनाया, जो अंगूर अनुसंधान एवं विकास में लगभग तीन दशकों की उत्कृष्टता का प्रतीक है।

मुख्य अतिथि, डॉ. के.वी. प्रसाद, निदेशक, भाकृअनुप-पुणे के पुष्प अनुसंधान निदेशालय ने किसानों तथा अंगूर उद्योग के साथ जुड़ने में संस्थान की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने अंगूर के निर्यात को बढ़ाने और विदेशी मुद्रा आय में योगदान देने के लिए संस्थान के प्रयासों की सराहना की और वन भाकृअनुप प्रणाली के तहत सहयोगात्मक प्रयासों के प्रति प्रतिबद्धता की पुष्टि की। डॉ. प्रसाद ने संस्थान की आधिकारिक वेबसाइट भी लॉन्च की।

भाकृअनुप-एनआरसीजी के निदेशक, डॉ. कौशिक बनर्जी ने सभी प्रतिभागियों और अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत किया तथा संस्थान की यात्रा पर प्रकाश डाला साथ ही इसकी मजबूत नींव स्थापित करने में पूर्व निदेशकों के योगदान की सराहना की।

भाकृअनुप-आईएआरआई, पुणे के क्षेत्रीय स्टेशन के प्रमुख, डॉ. अनिल खर ने पिछले कुछ वर्षों में हासिल की गई प्रमुख उपलब्धियों, विशेष रूप से लहसुन के पारिस्थितिकी प्रकारों पर सहयोगात्मक अनुसंधान पर प्रकाश डाला।

इस नई वेबसाइट के होम पेज का उद्घाटन 26 दिसंबर, 2024 को सचिव (डेयर) एवं महानिदेशक (भाकृअनुप), डॉ हिमांशु पाठक द्वारा किया गया।

कार्यक्रम के दौरान ‘ओएमआईसीएस के माध्यम से फल रसायन विज्ञान को जीव विज्ञान से जोड़ना’ शीर्षक आधारित स्थापना दिवस व्याख्यान दिया गया।

इस अवसर पर संस्थान ने दो इनक्यूबेट्स, मेसर्स वन स्टॉप डिजिटल एग्री सोल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड और मेसर्स राजयोग एग्रो के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया। इन समझौतों का उद्देश्य अंगूर प्रसंस्करण उद्योग में नवाचार और तकनीकी प्रगति को बढ़ावा देना था।

(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय अंगूर अनुसंधान केन्द्र, पुणे)

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