11 जनवरी, 2025, लुधियाना
भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, लुधियाना ने अपना स्थापना दिवस ‘भारत में महिला कृषि उद्यमिता’ थीम के साथ मनाया। इस कार्यक्रम ने कृषि अनुसंधान को आगे बढ़ाने तथा क्षेत्र में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए संस्थान की मजबूत प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।
प्रो. नजीर अहमद गनई, कुलपति, शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, श्रीनगर ने माध्यमिक कृषि, अच्छी कृषि पद्धतियों और ग्रामीण समुदायों में महिलाओं को सशक्त बनाने की महत्ता को रेखांकित किया। उन्होंने खाद्य/पोषण/आर्थिक सुरक्षा, समानता एवं समावेशन तथा पारिस्थितिकी तंत्र की स्थिरता की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
डॉ. नवीन कुमार, कुलपति, चौधरी सरवन कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय, पालमपुर ने अभिनव एयूसी पोर्टल (केवीके-सक्षम) और इसकी वास्तविक समय की निगरानी क्षमताओं एवं केवीके की कार्यक्षमता को सुव्यवस्थित करने की प्रशंसा की। उन्होंने मजबूत नीतिगत ढांचे और प्रभावशाली विस्तार पहलों के महत्व पर जोर दिया।
डॉ. अनुपमा सिंह, संयुक्त निदेशक (शिक्षा), भाकृअनुप-आईएआरआई ने द्वितीय एम.एस. स्वामीनाथन स्मारक व्याख्यान दिया और ‘विकसित भारत’ के दृष्टिकोण तथा स्थिरता, शून्य गरीबी एवं कृषि नवाचार को प्राप्त करने में महिला सशक्तिकरण की महत्वपूर्ण भूमिका पर भी जोर दिया।
डॉ. परविंदर श्योराण, निदेशक, भाकृअनुप-अटारी, लुधियाना ने जोन- 1 में संस्थान की उपलब्धियों और योगदान के बारे में जानकारी दी। उन्होंने भाकृअनुप-अटारी के सतत कृषि विकास को बढ़ावा देने तथा कृषि व्यवसाय में महिलाओं को सशक्त बनाने के मिशन पर जोर दिया।
डॉ. नचिखेत कोतवालवाले, निदेशक, भाकृअनुप-केन्द्रीय कटाई-पश्चात अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, लुधियाना ने कटाई-पश्चात नुकसान को न्यूनतम करने की रणनीतियों तथा वित्तीय साक्षरता और खाद्य सुरक्षा प्रशिक्षण की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर राज्य कृषि विश्वविद्यालयों के विस्तार शिक्षा निदेशक, कार्यक्रम समन्वयक तथा 72 कृषि विज्ञान केन्द्रों की महिला वैज्ञानिक भी उपस्थित रहीं।
जोन-1 की 60 से अधिक महिला उद्यमियों की एक प्रदर्शनी आयोजित की गई, जिसमें उन्होंने अपने नवाचारों और मूल्य-वर्धित उत्पादों का प्रदर्शन किया। कृषि में नवाचार और स्थिरता में उनके उत्कृष्ट योगदान हेतु युवा वैज्ञानिकों, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेताओं, महिला अधिकारियों तथा कृषि-उद्यमियों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में वैज्ञानिकों एवं कृषि उद्यमियों सहित लगभग 200 प्रतिभागियों ने शिरकत की।
(स्रोत: भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, लुधियाना)
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