1 फरवरी, 2024, कोलकाता
औषधीय पौधों का उपयोग करके होम्योपैथिक चिकित्सा के विकास और एनआईएच द्वारा स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर डेटा तैयार करके ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य प्रबंधन की भविष्य की रणनीति तैयार करने तथा कल्याणकारी औषधीय शिविर के आयोजन के लिए भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, कोलकाता और आयुष मंत्रालय, कोलकाता के राष्ट्रीय होम्योपैथी संस्थान के बीच आज एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया।
भाकृअनुप-अटारी, कोलकाता के निदेशक, डॉ. प्रदीप डे और एनआईएच के निदेशक, डॉ. सुभाष सिंह ने अपने संगठनों की ओर से समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
भाकृअनुप-अटारी और एनआईएच होम्योपैथी चिकित्सा के अनुप्रयोग द्वारा कृषि क्षेत्र/ पशुपालन क्षेत्र के विकास एवं बेहतर गुणवत्ता वाले भोजन और स्वस्थ तथा अधिक पौष्टिक फसलों की कोशिश के लिए साझेदारी कर रहे हैं। एनआईएच विभिन्न केवीके में कल्याणकारी औषधीय शिविर लगाने के साथ-साथ विशेष रूप से किसानों के लिए स्वास्थ्य प्रबंधन की भविष्य की रणनीति तैयार करने के लिए क्षेत्र के स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर डेटा तैयार करने का प्रयास करेगा।
कार्यक्रम के दौरान एनआईएच के पैथोलॉजी विभाग के प्रमुख, डॉ. कुमारवेल वी. तथा संस्थान के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
(स्रोत: भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, कोलकाता)
फेसबुक पर लाइक करें
यूट्यूब पर सदस्यता लें
X पर फॉलो करना X
इंस्टाग्राम पर लाइक करें