8 मार्च, 2024, कोलकाता
भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान (अटारी), कोलकाता ने लैंगिक मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने तथा लैंगिक समानता के लिए चल रहे संघर्ष को स्वीकार करते हुए सकारात्मक बदलाव को बढ़ावा देने के लिए आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया।
मुख्य अतिथि, डॉ. लोपामुद्रा हलदर, प्रोफेसर एवं प्रमुख, डेयरी माइक्रोबायोलॉजी विभाग, पश्चिम बंगाल पशु एवं मत्स्य विज्ञान विश्वविद्यालय ने एक स्थायी कल के लिए लैंगिक समानता हासिल करने हेतु व्यवहार परिवर्तन के रणनीतियों के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने महिलाओं को उनके अधिकारों की रक्षा की जिम्मेदारी भी याद दिलाई।
डॉ. प्रदीप डे, निदेशक, भाकृअनुप-अटारी, कोलकाता ने निर्णय लेने, जानकारी देने तथा वित्तीय पहुंच, भागीदारी एवं परिणामों में लैंगिक समानता की दिशा में प्रगति की निगरानी करने के लिए लिंग-विभाजित डेटा एकत्र करने तथा इसके विश्लेषण करने के महत्व पर जोर दिया। डॉ. डे ने महिलाओं के अधिकारों को आगे बढ़ाने और उसके व्यापक विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के एक बुनियादी पहलू के रूप में वित्तीय संसाधनों तक पहुंच एवं नियंत्रण में लैंगिक असमानताओं को दूर करने के लिए लिंग-उत्तरदायी वित्तपोषण पर जोर दिया।
पुरस्कार वितरण के बाद 'महिलाओं में निवेश करें: प्रगति में तेजी लाएं' थीम पर महिला कर्मचारियों के लिए कई तरह के प्रदर्शन भी आयोजित किए गए।
कार्यक्रम में संस्थान के सभी स्टाफ सदस्यों ने भाग लिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, कोलकाता)
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