6 मार्च से 8 मार्च, 2024, लुधियाना
भाकृअनुप-केन्द्रीय कटाई-पश्चात अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, लुधियाना ने भारत सरकार की अनुसूचित जाति उपयोजना के अंतर्गत 6 से 8 मार्च, 2024 तक 'अनाज तथा मसालों का प्राथमिक प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्धन' पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य गरीब परिवारों को सशक्त बनाना और प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्धन गतिविधियों में भागीदारी को प्रोत्साहित करना था।

डॉ. रणजीत सिंह, कृषि एवं प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख एवं कृषि एवं प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी विभाग के प्रभारी प्रमुख, भाकृअनुप-सीफेट, ने इस बात पर प्रकाश डाला कि इच्छुक प्रतिभागी उद्यमशीलता गतिविधियों को शुरू करने और प्रसंस्करण क्षेत्र में प्रवेश करने हेतु अनुभव प्राप्त करने के लिए आईसीएआर-सीफेट की प्रसंस्करण सुविधाओं का उपयोग कर सकते हैं।
कौशल विकास कार्यक्रम में खाद्यान्न प्रसंस्करण पर व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें अनाज की पिसाई, पास्ता बनाना, बेकरी उत्पाद, और बाजरा एवं ज्वार जैसे मोटे अनाजों से एक्सट्रूज़न एवं पॉप्ड उत्पाद शामिल थे, जबकि विशेषज्ञों ने सरकारी योजनाओं और विपणन रणनीतियों पर व्याख्यान दिए।
कार्यक्रम के दौरान इस विषय पर एक प्रशिक्षण पुस्तिका का विमोचन भी किया गया और प्रतिभागियों को ज्ञान साझा करने के लिए वितरित की गई।
पंजाब के बरनाला जिले के कट्टू और सेखा गाँवों से कुल 50 अनुसूचित जाति की महिला प्रतिभागियों ने कार्यक्रम में भाग लिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय कटाई-पश्चात अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, लुधियाना)







फेसबुक पर लाइक करें
यूट्यूब पर सदस्यता लें
X पर फॉलो करना X
इंस्टाग्राम पर लाइक करें