29 जून, 2022, जोधपुर
भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, जोधपुर, राजस्थान ने आज "कृषि-पर्यटन: भारतीय पर्यटन का भविष्य और भारतीय किसानों के लिए नए कृषि-व्यवसाय अवसर" पर एक वेबिनार का आयोजन किया।
डॉ. एन.पी. सिंह, पूर्व निदेशक, भाकृअनुप-राष्ट्रीय अजैविक तनाव प्रबंधन संस्थान, बारामती, महाराष्ट्र ने अपने संबोधन में कृषि-पर्यटन की अवधारणा एवं दर्शन पर प्रकाश डाला। उन्होंने ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विविधीकरण और स्थिरीकरण के लिए कृषि-पर्यटन को स्थापित करने और बढ़ावा देने पर जोर दिया।
डॉ. एस.के. सिंह, निदेशक, भाकृअनुप-अटारी, जोधपुर ने रोजगार सृजन, आय वृद्धि एवं बाजारों के निर्माण के लिए कृषि-पर्यटन के विकास के विभिन्न लाभों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कृषि-पर्यटन ग्रामीण-शहरी संबंधों को मजबूत कर सकता है।
डॉ. एस.के. शर्मा, निदेशक, विस्तार शिक्षा, एसकेआरएयू, बीकानेर, राजस्थान ने जोर देकर कहा कि कृषि-पर्यटन विशेष क्षेत्र की कृषि-पारिस्थितिक स्थिति पर आधारित होना चाहिए। उन्होंने कृषि-पर्यटन के प्रभावी विकास और प्रोत्साहन के लिए सभी हितधारकों के बीच एकीकरण और नेटवर्किंग पर भी जोर दिया।
वेबिनार में राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली के कृषि विज्ञान केंद्रों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, जोधपुर, राजस्थान)
Like on Facebook
Subscribe on Youtube
Follow on X X
Like on instagram