15 जनवरी, 2022, लखनऊ
श्री दुर्गा शंकर मिश्रा, मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश ने आग्रह किया कि, "संस्थान को सभी प्रशिक्षण कार्यक्रमों को हाइब्रिड मोड में संचालित करना चाहिए ताकि दूर-दराज के स्थानों पर रहने वाले किसान वर्चुअल मोड में कार्यक्रमों में भाग ले सकें और अपनी कृषि आय में वृद्धि करके प्रशिक्षण का लाभ उठा सकें।" श्री मिश्रा आज भाकृअनुप-भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान एवं इसके कृषि विज्ञान केंद्र, लखनऊ, उत्तर प्रदेश के दौरे पर थे।
मुख्य सचिव के साथ उत्तर प्रदेश सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव (कृषि) श्री देवेश चतुर्वेदी भी मौजूद थे।
श्री मिश्रा ने वैज्ञानिकों को संस्थान की विभिन्न तकनीकों के वीडियो और प्रगतिशील किसानों की सफलता की कहानियों को फेसबुक, व्हाट्सएप और यूट्यूब आदि जैसे विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड करने की सलाह दी। उन्होंने जोर देकर कहा कि इससे अन्य किसान सहायता प्राप्त कर इन्हीं की तरह सफल हो सकेंगे।
उन्होंने संस्थान के फार्म मशीनरी बैंक, नर्सरी राइजिंग यूनिट, वर्मी कम्पोस्ट, डेयरी यूनिट, वेजिटेबल डेमॉन्स्ट्रेशन यूनिट, न्यूट्रीशन गार्डन, रूफ टॉप गार्डनिंग, मधुमक्खी पालन इकाई, मशरूम उत्पादन इकाई एवं प्रदर्शनी आदि का भी दौरा किया। साथ ही संस्थान की एकीकृत कृषि प्रणाली परीक्षण और गुड़ इकाई के स्थल की भी प्रशंसा की।
डॉ. ए.डी. पाठक, निदेशक, भाकृअनुप-आईआईएसआर, लखनऊ ने गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत करते हुए संस्थान की अनुसंधान एवं विकास उपलब्धियों को रेखांकित किया।
डॉ. ए.के. दुबे, प्रमुख, केवीके, भाकृअनुप-आईआईएसआर, लखनऊ वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य विभागों और भाकृअनुप संस्थानों ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ, उत्तर प्रदेश)
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