2 दिसंबर, 2021, री-भोई, मेघालय

भाकृअनुप-कृषि विज्ञान केंद्र, री-भोई, मेघालय ने आज "भागीदारी गारंटी प्रणाली - भारत के तहत जैविक प्रमाणन प्रक्रिया" पर एक जागरूकता-सह-प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया।
मुख्य अतिथि, डॉ. एम. मोकिदुल इस्लाम, प्रधान वैज्ञानिक और प्रमुख, केवीके, री-भोई ने उत्पादों और भूमि के जैविक प्रमाणीकरण में तेजी लाने पर जोर दिया ताकि किसानों को बागवानी उत्पादों का निर्यात करके अपनी आय दोगुनी करने में सक्षम बनाया जा सके।
डॉ. उत्पल बरुआ, एसएमएस (बागवानी), भाकृअनुप-केवीके, री-भोई ने स्वागत संबोधन में किसानों से बीआरडीसी, शिलांग के माध्यम से जैविक प्रमाणन का लाभ उठाने और बागवानी उत्पादों की बेहतर कीमतें बिक्री के माध्यम से लाभ बढ़ाने का आग्रह किया।
इस कार्यक्रम में मदन नोंगलखियात और पहमबीर देम गांव से परम्परागत कृषि विकास योजना के तहत अदरक और अनानास समूहों के 40 किसानों ने भाग लिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-कृषि विज्ञान केंद्र, री-भोई, मेघालय)
Like on Facebook
Subscribe on Youtube
Follow on X X
Like on instagram