भाकृअनुप-सीएसडब्ल्यूआरआई एवं उनके क्षेत्रीय केन्द्रों पर राष्ट्रगीत के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में सामूहिक गायन

भाकृअनुप-सीएसडब्ल्यूआरआई एवं उनके क्षेत्रीय केन्द्रों पर राष्ट्रगीत के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में सामूहिक गायन

7 नवंबर, 2025, अविकानगर

भाकृअनुप-केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान (सीएसडब्ल्यूआरआई), अविकानगर में आज राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में परिषद से प्राप्त निर्देशों के अनुसार संस्थान परिसर में वैज्ञानिकों, अधिकारियों एवं  कर्मचारियों द्वारा राष्ट्रगीत का सामूहिक गायन किया गया।

 

इस अवसर पर परिसर देशभक्ति और उत्साह के वातावरण से गूंज उठा। कार्यक्रम का उद्देश्य राष्ट्रगीत के ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक महत्व को स्मरण कर राष्ट्रीय एकता और गर्व की भावना को प्रबल करना था।

इसी क्रम में संस्थान के सभी क्षेत्रीय केन्द्रों — उत्तर क्षेत्रीय अनुसंधान केन्द्र (एनटीआरएस), गरसा  (हिमाचल प्रदेश), ऊन अनुसंधान केन्द्र (एआरसी), बीकानेर (राजस्थान) तथा दक्षिणी क्षेत्रीय अनुसंधान केन्द्र (एसआऱआऱसी), मन्नावनूर (तमिलनाडु) — पर भी राष्ट्रगीत का सामूहिक गायन आयोजित किया गया।

कार्यक्रम के अंत में, डॉ. अरुण कुमार, निदेशक, भाकृअनुप-सीएसडब्ल्यूआरआई, ने कहा कि ‘वंदे मातरम्’ हमें राष्ट्रीय एकता, समर्पण और देश के प्रति कर्तव्य भाव का संदेश देता है। उन्होंने सभी कर्मचारियों एवं वैज्ञानिकों से राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया।

(स्रोतः भाकृअनुप-केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर)

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