7 नवंबर, 2025, कोलकाता
भाकृअनुप–कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान (अटारी), कोलकाता, ने “वंदे मातरम्” की 150वीं वर्षगांठ के वर्षव्यापी उत्सव का शुभारंभ किया। यह अमर देशभक्ति गीत जिसने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन को प्रज्वलित किया और आज भी एकता, साहस तथा मातृभूमि के प्रति समर्पण की भावना को प्रेरित करता है। इस ऐतिहासिक अवसर को स्मरण करने के लिए संस्थान के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने 7 नवंबर, 2025 को एकत्र होकर अत्यंत सम्मान तथा देशभक्ति की भावना के साथ सामूहिक रूप से वंदे मातरम् का गायन किया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉ. प्रदीप डे, निदेशक, अटारी, कोलकाता, ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य 1875 में बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचित इस प्रतिष्ठित गीत की शाश्वत विरासत को सम्मान देना है। उन्होंने बताया कि यह समारोह केवल राष्ट्रीय गौरव और सांस्कृतिक एकता के मंत्र को पुनः उजागर नहीं करता, बल्कि स्वतंत्रता संग्राम की उस धारा को भी जीवित करता है, जिसने त्याग, धैर्य एवं क्रांतिकारी भावना की जोत से पूरे राष्ट्र को मार्गदर्शन दिया था।
संस्थान के सभी स्टाफ सदस्यों और परियोजना कर्मचारियों ने कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिससे राष्ट्रीय धरोहर के संरक्षण तथा सामूहिक पहचान और देशभक्ति की भावना को प्रोत्साहित करने के प्रति संस्थान की दृढ़ प्रतिबद्धता परिलक्षित हुई।
डॉ. के.एस. दास, प्रधान वैज्ञानिक ने कार्यक्रम का संचालन किया।
(स्रोत: भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, कोलकाता )








Like on Facebook
Subscribe on Youtube
Follow on X X
Like on instagram