13 जनवरी, 2023, खोरधा
कृषि विज्ञान केन्द्र, खोरधा तथा भाकृअनुप-केन्द्रीय मीठाजल मत्स्य पालन संस्थान, भुवनेश्वर ने संयुक्त रूप से आज केवीके, खोरधा में "फिंगर मिलेट में मूल्य संवर्धन" पर एक जागरूकता प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया।
प्रशिक्षण का उद्देश्य कृषक महिलाओं में रागी के पोषण मूल्य और इससे मूल्यवर्धित उत्पाद तैयार करने के कौशल के बारे में जागरूकता पैदा करना था। इस कार्यक्रम को धारित्री कृषक संगठन, राजा, बालीपटना ब्लॉक, खोरधा जिला द्वारा समर्थित किया गया था।

श्री ए.के. डैश, वरिष्ठ वैज्ञानिक और प्रमुख, केवीके-खोरधा ने प्रतिभागियों को बाजरा (श्री अन्न) की खेती करने और उन्हें अपने दैनिक आहार की आदतों में शामिल करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने महिला स्वयं सहायता समूहों को केवीके-खोरधा और भाकृअनुप-सीफा, भुवनेश्वर से फिंगर मिलेट के बड़े पैमाने पर प्रदर्शन और उत्पादन के लिए अच्छी गुणवत्ता वाले फिंगर मिलेट बीज और फिंगर मिलेट की खेती के तरीकों पर तकनीकी मार्गदर्शन प्रदान करने का आश्वासन दिया।

श्री प्रताप चंद्र नायक, अध्यक्ष, धारित्री कृषक संगठन, राजा ने कहा कि बाजरा आधारित मूल्य वर्धित उत्पाद महिला स्वयं सहायता समूहों के बीच आय सृजन के लिए एक अच्छा उद्यम हो सकता है। उन्होंने प्रतिभागियों को कृषक संगठन/एफपीओ के माध्यम से अपने खाद्य उत्पादों का विपणन करने का भी आश्वासन दिया।
यहां हलवा, इडली, डोसा, रोटी, अरिशा पिठा, लड्डू और मिश्रित चटुआ जैसे रागी से मूल्यवर्धित उत्पाद तैयार किए गए और प्रदर्शित किए गए।
प्रशिक्षणार्थियों को फिंगर मिलेट से संबंधित विभिन्न मूल्यवर्धित खाद्य पदार्थों पर पुस्तक वितरित किया गया।
कार्यक्रम में राजा, बालीपटना के पांच अलग-अलग स्वयं सहायता समूहों की कुल 40 अनुसूचित जाति की महिलाओं ने जागरूकता प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय मीठाजल मत्स्य पालन संस्थान, भुवनेश्वर)
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