9 नवंबर, 2022
भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान (अटारी), कोलकाता की 'आउट स्केलिंग ऑफ नेचुरल फार्मिंग थ्रू केवीके' नामक परियोजना की कार्य योजना कार्यशाला आज वर्चुअल माध्यम से आयोजित की गई। इस कार्यशाला में पश्चिम बंगाल, ओडिशा और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के कुल 34 केवीके ने भाग लिया।


डॉ. एस.के. रॉय, निदेशक, भाकृअनुप-अटारी कोलकाता ने प्राकृतिक खेती के लाभों और प्राकृतिक खेती के विभिन्न घटकों के हस्तक्षेप के माध्यम से किसानों द्वारा किए गए लाभों के बारे में जानकारी दी।
परियोजना के नोडल अधिकारी, डॉ. एफ.एच. रहमान ने इस परियोजना का संक्षिप्त विवरण और इसमें निधि के आवंटन का ब्योरा प्रस्तुत किए।
डॉ. नरेन्द्र कुमार भरत, प्रोफेसर, यूएचएफ सोलन और प्राकृतिक खेती के विशेषज्ञ ने विभिन्न घटकों की तैयारी की प्रक्रिया, उनके आवेदन, कार्यप्रणाली और प्राकृतिक खेती के परिणामों के बारे में बताया।
सभी केवीके ने अपनी हाल की गतिविधियों को प्रस्तुत किया।
(स्रोत: भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, कोलकाता)
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