4 अक्टूबर, 2016, ओल्ड गोवा
श्री पुरुषोत्तम रूपाला, केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री द्वारा 4 अक्टूबर, 2016 को भाकृअनुप – केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान, इला, पुराना गोवा का दौरा किया गया। इस दौरे का उद्देश्य संस्थान और कृषि विभाग गोवा द्वारा किसान हित में जारी विभिन्न योजनाओं की समीक्षा करना था। मंत्री महोदय ने अपने संबोधन में जैविक खाद प्रयोग सलाह द्वारा फसल की पैदावार में सुधार लाने तथा उर्वरक प्रयोग में कमी लाने में मृदा स्वास्थ्य कार्ड अपनाने के प्रभाव संबंधी अध्ययन पर बल दिया। उन्होंने सुझाव दिया कि सभी मृदा स्वास्थ्य कार्ड को किसानों के कृषि कार्ड से संबद्ध कर दिया जाए। उन्होंने जैव उर्वरक और रोग प्रबंधन के लिए जैव कारकों पर अनुसंधान एवं विकास की प्रशंसा की और संभावित जगहों पर इनके उपयोग द्वारा उर्वरक और कीटनाशक प्रयोग को घटाने पर बल दिया।


श्री रूपाला ने संस्थान द्वारा विकसित नई तकनीकों को किसानों के बीच लोकप्रिय बनाने और ग्राम समूहों में इन तकनीकों के प्रभाव प्रदर्शन और कार्यान्वयन पर जोर दिया।
डॉ. ई.बी. चाकुरकर, निदेशक, आईसीएआर – सीसीएआरआई, ओल्ड गोवा ने संस्थान की हालिया गतिविधियों के बारे में जानकरी दी।
श्री चिंतामणि पेरनी, सहायक निदेशक, कृषि विभाग, गोवा ने किसानों के हित में जारी गतिविधियों और क्रिन्यान्वित योजनाओं के बारे में बताया।
इस अवसर पर गणमान्यों द्वारा संस्थान के न्यूजलेटर को जारी किया गया।
गणमान्यों ने संस्थान के विभिन्न विभागों द्वारा आयोजित प्रौद्योगिकियों व प्रकाशनों की प्रदर्शनियों का अवलोकन किया। इसके साथ ही गणमान्यों ने प्रायोगिक खेतों, विभिन्न पशु इकाइयों और केवीके का भी दौरा किया।
कार्यक्रम में गोवा कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों और भाकृअनुप के अधिकारियों और स्टॉफ ने भाग लिया।
(स्रोतः भाकृअनुप – केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान, ओल्ड गोवा)








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