3 सितंबर, 2019, नई दिल्ली
भाकृअनुप-राष्ट्रीय समेकित नाशीजीव प्रबंधन अनुसंधान केंद्र, नई दिल्ली में आज अफ्रीकी देशों के लिए ‘विस्तार कौशल के माध्यम से आईपीएम प्रौद्योगिकी के हाल के अग्रिमों का अभिविन्यास’ पर अल्पकालिक अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया।
भारत-अफ्रीका फोरम शिखर सम्मेलन - III के तहत विदेश मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम 3 से 12 सितंबर, 2019 तक आयोजित किया जा रहा है।
डॉ. ए. के. सिंह, उप महानिदेशक (फसल और बागवानी विज्ञान), भाकृअनुप ने कहा कि प्रतिनिधियों के लिए यह कार्यक्रम प्रौद्योगिकियों को जानने और उन्हें अपने देशों में लागू करने में मददगार साबित होगा।
डॉ. राजन, अतिरिक्त महानिदेशक, (प्लांट प्रोटेक्शन एंड बायो-सेफ्टी), भाकृअनुप ने भाकृअनुप-राष्ट्रीय समेकित नाशीजीव प्रबंधन अनुसंधान केंद्र के एकीकृत कीट प्रबंधन (IPM) प्रसार के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने देश में संयंत्र संरक्षण में हाल के विकास के बारे में जानकारी दी।
डॉ. एच. आर. सरदाना, निदेशक, भाकृअनुप-एनसीआईपीएम ने इससे पहले केंद्र द्वारा विकसित एकीकृत कीट प्रबंधन प्रोटोकॉल के बारे में जानकारी दी। उन्होंने क्लेम्ड कीटनाशकों के लेबल के उपयोग करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
डॉ. मुकेश सहगल, प्रमुख वैज्ञानिक और सह-समन्वयक ने कार्यप्रणाली की उत्पत्ति के बारे में जानकारी दी।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य अफ्रीकी देशों में कीट प्रबंधन प्रोटोकॉल रणनीतियों का बेहतरीन उपयोग करना है।
कार्यक्रम में 9 देशों के कुल 12 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय समेकित नाशीजीव प्रबंधन अनुसंधान केंद्र, नई दिल्ली)
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