15 जनवरी, 2017, बेंग्लूरू
डॉ. त्रिलोचन महापात्र, सचिव, डेयर एवं महानिदेशक, भाकृअनुप द्वारा भाकृअनुप- भारतीय बागवानी संस्थान, बेंग्लूरू में क्षेत्रीय बागवानी मेला (आरएचएफ) - 2017 का उद्घाटन 15 जनवरी, 2017 को किया गया।
महानिदेशक महोदय ने अपने संबोधन में किसानों, उत्पादकों तथा संगठनों (एफपीओ) एवं प्रसंस्करण, मूल्य संवर्धन तथा लाभकारी बाजार के बीच संबंधों को मजबूत करने पर बल दिया। उन्होंने आग्रह किया कि इस प्रकार के संबंधों का विकास करना अनुसंधान संस्थानों तथा राज्य के विकास विभागों का दायित्व है। डॉ. महापात्र ने सुझाव दिया कि अनुसंधान संस्थानों तथा राज्य के विकास विभागों द्वारा पर्याप्त प्रसंस्करण तथा मूल्य संवर्धन और बाजार संबंधों के साथ एफपीओ को सहयोग प्रदान करने के लिए समझौता ज्ञापन तैयार करना चाहिए।
डॉ. महापात्र द्वारा गोल्डल जुबली ऑर्चिडेरियम का उद्घाटन करने के साथ ही आईसीएआर- आईआईएचआर के प्रौद्योगिकी प्रदर्शन स्थल का भी दौरा किया गया।
कार्यक्रम के दौरान डॉ. महापात्र ने आरएचएफ – 2017 पर भाकृअनुप- राष्ट्रीय पशु पोषण एवं कायिकी संस्थान द्वारा आयोजित प्रदर्शनी का भी दौरा किया।
डॉ. पी.सी. रे, बागवानी आयुक्त, कर्नाटक, डॉ. जे.के. जेना, डीडीजी (मात्स्यिकी), डॉ. भास्कर, सहायक महानिदेशक (एनआरएम) द्वारा भी कार्यक्रम में भाग लिया गया।
पांच दिवसीय क्षेत्रीय बागवानी मेला-2017 का उद्देश्य दक्षिणी राज्यों विशेष रूप से कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, पुडुचेरी व अन्य राज्यों के हितधारकों के लिए राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा पद्धति (एनएआरईएस) के तहत विकसित नवोन्मेषी बागवानी प्रौद्योगिकी पर ज्ञान साझा करने को मंच प्रदान करना था। यह आरएचएफ, आईसीएआर-आईआईएचआर के स्वर्ण जयंती समारोह के हिस्से के रूप में आयोजित किया जा रहा है।
कार्यक्रम में भाकृअनुप संस्थानों तथा राज्य के कृषि विश्वविद्यालयों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया।
आरएचएफ – 2017 के पहले दिन 2500 से भी ज्यादा किसानों ने भाग लिया।
(स्रोतः भाकृअनुप- भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान, बेंग्लूरू)
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