05-27 मार्च, 2019, तडोंग, सिक्किम
भाकृअनुप-राष्ट्रीय जैविक खेती अनुसंधान संस्थान, तडोंग, सिक्किम ने अपने परिसर में 25 मार्च से 27 मार्च, 2019 तक ‘सिक्किम के किसानों के लिए जैविक खेती’ पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जैविक खेती की उन्नत तकनीकों को सिक्किम के किसानों के बीच हस्तांतरित करना था।
श्री खोरलो भूटिया, सचिव, एफएसएडीडी, सिक्किम सरकार मुख्य अतिथि और डॉ. पी. पी. डबराल, डीन, सीएईपीएचटी, रानीपुल सम्मानित अतिथि के तौर पर उपस्थित थे।
डॉ. आर. के. अवस्थी, संयुक्त निदेशक, भाकृअनुप-राष्ट्रीय जैविक खेती अनुसंधान संस्थान, तडोंग ने किसानों से आग्रह किया कि वे राज्य में जैविक फसलों के उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने के साथ-साथ मृदा स्वास्थ्य में सुधार के लिए बड़े क्षेत्र में जैविक खेती की उन्नत तकनीकें अपनाएँ। डॉ. अवस्थी ने विभिन्न वैज्ञानिक कृषि प्रौद्योगिकियों को अपनाने पर जोर दिया।
डॉ. पी. सेंथिल कुमार, आईएफएस, कमिश्नर, आरएमडीडी, सिक्किम सरकार ने बतौर मुख्य अतिथि समापन समारोह के अवसर पर प्रगतिशील किसानों और प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान किया।
थानका मार्टम, यांगथांग, असम लिंग्जेय और पूर्वी सिक्किम के सौरिनी गाँवों के कुल 26 प्रगतिशील किसानों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।
(स्त्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय जैविक खेती अनुसंधान संस्थान, तडोंग, सिक्किम)
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