भाकृअनुप – केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान (CCARI), गोवा द्वारा दिनांक 24 – 26 अक्तूबर, 2015 को ‘सूअरों में कृत्रिम निषेचन’ पर एक राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम को जैवप्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार ने प्रायोजित किया।
Dr. Arun S. Ninawe, Advisor, Department of Biotechnology was the Chief Guest of the inaugural session held on 24 October 2015 at ICAR-CCARI, Goa.
डॉ. अरूण एस. निनावे, सलाहकार, जैवप्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि थे जो कि दिनांक 24 अक्तूबर, 2015 को भाकृअनुप – केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान (CCARI), गोवा में आयोजित किया गया।
डॉ. नरेन्द्र प्रताप सिंह, निदेशक, भाकृअनुप – केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान, गोवा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कृषि अर्थव्यवस्था में पशुधन के महत्व पर बल दिया।
इससे पहले, डॉ. ई.बी. चाकुरकर, आयोजन सचिव तथा प्रधान वैज्ञानिक (पशु प्रजनन), भाकृअनुप – केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान, गोवा ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को नर सूअर से वीर्य संकलन, उसका मूल्यांकन तथा परिरक्षण करने पर व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया गया और प्रदर्शन दिखाया गया।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु तथा उत्तर प्रदेश राज्यों से कुल बारह पशु चिकित्सा पेशेवरों (वैज्ञानिकों, शिक्षाविदों तथा पशु चिकित्सा अधिकारियों) ने भाग लिया।
(स्रोत : भाकृअनुप – केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान (CCARI), गोवा)
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