किसानों की समृद्धि के लिए जैविक खेती पर राष्ट्रीय संगोष्ठीि

किसानों की समृद्धि के लिए जैविक खेती पर राष्ट्रीय संगोष्ठीि

किसानों की समृद्धि के लिए जैविक खेती पर राष्‍ट्रीय संगोष्‍ठी का आयोजन दिनांक 19 – 20 मार्च, 2016 को संयुक्‍त रूप से एकलव्‍य फाउंडेशन, राष्‍ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज संस्‍थान तथा भाकृअनुप – केन्‍द्रीय शुष्‍कभूमि कृषि अनुसंधान संस्‍थान, हैदराबाद द्वारा एनआईआरडी एंड पीआर, हैदराबाद में आयोजित किया गया।

हिमाचल प्रदेश के माननीय राज्‍यपाल श्री आचार्य देवव्रतने अपने उद्घाटन संबोधन में अधिक लाभप्रदता के लिए फसलों, पशुधन तथा अन्‍य क्षेत्रों को शामिल करते हुए एकीकृत कृषि प्रणालियों पर बल दिया। इन्‍होंने प्रणालीबद्ध तरीके से नस्‍ल सुधार करके तथा अंत: प्रजनन को रोककर दूध उत्‍पादन बढ़ाने पर जोर दिया।

National Symposium on Organic Farming for Farmers' Prosperity     National Symposium on Organic Farming for Farmers' Prosperity

श्री राधा मोहन सिंह, माननीय केन्‍द्रीय कृषि एवं किसान कल्‍याण मंत्री ने समापन समारोह में महत्‍वपूर्ण मुद्दों की पहचान करने के लिए प्रतिभागियों के प्रयासों की सराहना की और सुझाव दिया कि जैविक तथा गैर रासायनिक कृषि पर टॉस्‍क फोर्स के साथ एक बैठक की जाए जिससे इस कार्य को आगे ले जाने में मदद मिलेगी। माननीय मंत्री महोदय ने किसानों के कल्‍याण के लिए और विशेषकर जैविक खेती को बढ़ावा देने में भारत सरकार द्वारा किए जा रहे  प्रयासों पर प्रकाश डाला। इन्‍होंने सरकार की भागीदारी गारंटी योजना और परम्‍परागत कृषि विकास योजना स्‍कीमों पर जोर दिया।

डॉ. चौ. श्रीनिवास राव, निदेशक, भाकृअनुप – केन्‍द्रीय शुष्‍कभूमि कृषि अनुसंधान संस्‍थान, हैदराबाद ने जैविक खेती को बढ़ावा देने में कटाई से पहले और कटाई के उपरांत अनुसंधान जरूरतों पर मुख्‍य पेपर प्रस्‍तुत किया।

(स्रोत : भाकृअनुप – केन्‍द्रीय शुष्‍कभूमि कृषि अनुसंधान संस्‍थान, हैदराबाद)

 

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