21 सितम्बर, 2022, सिबसागर, असम
भाकृअनुप-राष्ट्रीय सुअर अनुसंधान केन्द्र, रानी, गुवाहाटी ने कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद एवं निर्यात विकास प्राधिकरण के सहयोग से आज यहां 'निर्यात संभावनाओं पर ध्यान देने के साथ पूर्वोत्तर भारत में वाणिज्यिक सूअर उत्पादन बढ़ाने पर एक संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया।


एक पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण पर ध्यान केंद्रित किया गया था जो न केवल विभिन्न हितधारकों को एक-दूसरे से बातचीत करने में सक्षम बनाता है बल्कि घरेलू बाजार के साथ-साथ निर्यात बाजारों में प्रस्तुत अवसरों के लिए विशाल बाजार तक पहुंच बढ़ाने में सहायता करता है।
डॉ. वी.के. गुप्ता, निदेशक, भाकृअनुप-एनआरसीपी के साथ श्री बिटुपन नियोग, एडीसी, शिवसागर और डॉ. ए.के. केशरी, डीवीओ, शिवसागर ने अपनी उपस्थिति दर्ज करा कर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
प्रतिभागियों ने भूटान, म्यांमार, नेपाल, चीन और दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में घरेलू मांग और निर्यात बाजारों तक पहुंच बनाने के लिए वैज्ञानिक कार्यप्रणाली के साथ सुअर पालन क्षेत्र के व्यवसायीकरण की आवश्यकता को दोहराया।
यह कार्यक्रम सिबसागर जिले, असम में आयोजित किया गया था और इसमें 100 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया था, जिनमें ज्यादातर व्यावसायिक सूअर पालक किसान थे।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय सूअर अनुसंधान केन्द्र, रानी, गुवाहाटी)
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