23 जुलाई, 2022, हैदराबाद
22 से 23 जुलाई, 2022 तक निधि प्रयास, बीआईआरएसी बिग, एबीआई और कृषिबूट के तहत भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंध अकादमी (नार्म), हैदराबाद के ए-आईडीईए द्वारा आयोजित "नए उद्यम के सहयोग के लिए नेटवर्किंग और ए-आइडिया के तहत अंडे सेने जैसे व्यवसाय के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रम " का आज समापन हो गया।


क्षमता निर्माण आयोग के अध्यक्ष, डॉ. आदिल जैनुलभाई ने अपना समापन संबोधन में नए उद्यम से हितधारकों की वास्तविक समस्याओं को हल करने का आग्रह किया। उन्होंने नए उद्यम को समर्थन देने में निवेशकों और उद्यम पूंजीपतियों की भूमिका पर भी प्रकाश डाला।

इससे पूर्व, डॉ. च. श्रीनिवास राव, अध्यक्ष, ए-आइडिया और निदेशक, भाकृअनुप-एनएएआरएम (नार्म), हैदराबाद ने कृषि-पारिस्थितिकी तंत्र को पोषित करने, कृषि में समस्याओं के लिए अनुकूलित समाधान लाने, एफपीओ और एफपीसी एवं कृषि-छात्रों को अपने अद्वितीय विचारों से कृषि-उद्यमिता की स्थापना के प्रति संवेदनशील बनाने में भाकृअनुप की भूमिका को रेखांकित किया।
क्षमता निर्माण आयोग (सीबीसी) के सचिव, डॉ. हेमांग जानी ने नए उद्यम से आग्रह किया कि वे अटल इनोवेशन मिशन, भारत सरकार द्वारा वित्तीय सहायता एवं लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
श्री तपन कुमार साहू, एजीएम, राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने एफपीओ को बढ़ावा देने में नाबार्ड की भूमिका को रेखांकित किया.
डॉ. जी. वेंकटेश्वरलू, संयुक्त निदेशक एवं उपाध्यक्ष, ए-आइडिया, भाकृअनुप-नार्म, हैदराबाद ने भारत सरकार द्वारा नए उद्यम स्थापित करने के पहल पर प्रकाश डाला।
डॉ. सेंथिल विनयागम, सी.ई.ओ. और ए-आइडिया, भाकृअनुप-नार्म, हैदराबाद के कर्मचारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
कार्यक्रम का उद्देश्य नए उद्यमों के बीच नेटवर्किंग विकसित करना और उन्हें वित्तीय प्रबंधन, प्रभावी पिच बनाने, पेटेंट फाइलिंग और डिजिटल मार्केटिंग एवं ब्रांडिंग की अवधारणा आदि के लिए प्रशिक्षित करना था।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंधन अकादमी, हैदराबाद)
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