भाकृअनुप-विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा में धनवंतरि दिवस को आयुर्वेद दिवस के रूप में मनाया गया

भाकृअनुप-विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा में धनवंतरि दिवस को आयुर्वेद दिवस के रूप में मनाया गया

10 नवंबर, 2023, अल्मोड़ा

भाकृअनुप-विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा में आज 10 नवंबर धनवंतरि दिवस को "आयुर्वेद किसानों के लिए" थीम पर आयुर्वेद दिवस के रूप में मनाया गया।

भाकृअनुप-विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा में धनवंतरि दिवस को आयुर्वेद दिवस के रूप में मनाया गया  भाकृअनुप-विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा में धनवंतरि दिवस को आयुर्वेद दिवस के रूप में मनाया गया

इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता, डॉ. हृषिकेश तिवारी (प्रभारी चिकित्सा अधिकारी), आयुष स्वास्थ्य एवं कल्याण केन्द्र बसर, अल्मोड़ा रहे। डॉ. तिवारी ने बताया कि आयुर्वेद की शुरुआत ब्रह्माजी द्वारा की गयी और महर्षि चरक ने श्रुतियों के आधार पर उसे लिपिबद्ध किया। उन्होंने अपने व्याख्यान द्वारा आयुर्वेदिक दिनचर्या एवं ऋतुचर्या के बारे में बताते हुए कहा कि अपनी दिनचर्या हम सही रखकर कई बीमारियों से बचाव कर सकते हैं। डॉ. तिवारी ने स्वस्थ जीवन के लिए योग की महत्ता पर प्रकाश डाला। इसके अतिरिक्त उन्होंने पंचकर्म चिकित्सा, मर्म चिकित्सा, अग्नि कर्म एवं लीच थेरेपी की भी  जानकारी दी।

संस्थान के निदेशक, डॉ. लक्ष्मी कांत ने आयुर्वेद की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए इसे सभी के जीवन के लिए आवश्यक एवं लाभदायक बताया।

श्रीमती निविदिता जोशी, आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारी, अल्मोड़ा भी इस कार्यक्रम में उपस्थिति रहीं।

15 कृषकों सहित संस्थान के 45 लोगों ने इस कार्यक्रम में प्रतिभागिता की।

(स्रोतः भाकृअनुप-विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा)

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