14 सितंबर, 2023, कोलकाता
भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान (अटारी), कोलकाता ने आज हिंदी दिवस मनाया साथ ही हिंदी पखवाड़ा- 2023 का उद्घाटन समारोह भी आयोजित किया।
मुख्य अतिथि के रूप में, डॉ. देबी प्रसाद मिश्रा, निदेशक, राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान, कोलकाता उपस्थित रहे। उन्होंने इस तरह के सार्थक कार्यक्रम के आयोजन के लिए अटारी, कोलकाता के प्रति गहरी संतुष्टि व्यक्त की। डॉ. मिश्रा ने बताया कि विज्ञान और प्रशिक्षण में हिंदी का उपयोग कैसे किया जा सकता है। उन्होने हिंदी के महत्व को बड़ी सरलता से निम्न लिखित दो पंक्तियों में समझाया-
हमारी राष्ट्र की भाषा है हिंदी, हमारी देश की शान है हिंदी,
हमारी संस्कृति का उजागर है हिंदी, पूरे देश को जोड़ता है हिंदी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संस्थान के निदेशक, डॉ. प्रदीप डे ने आधुनिक हिंदी साहित्य के पितामह भारतेन्दु हरिश्चंद्र को याद किया जिन्होंने, निज यानी अपनी भाषा को सारी उन्नतियों का मूलाधार बताया है। डॉ. डे ने इस पावन अवसर पर सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सम्मेलन कक्ष में राजभाषा शपथ दिलाया। तत्पश्चात उन्होंने हिंदी में काम करने का अपना अनुभव साझा किया। उन्होंने बताया कि यदि आप अंग्रेजी में ‘Approved’ लिखते हैं तो आप 8 अक्षरों का और 'Recommended' में 11 अक्षरों का प्रयोग करते हैं। उसके स्थान पर यदि आप हिन्दी का प्रयोग करते हैं तो आप क्रमशः स्वीकृत और अनुशंसित लिखते हैं जो काफी सहज है। हिंदी की दशा और दिशा पर भी संक्षिप्त चर्चा की गई।
इस कार्यक्रम के माध्यम से ‘हिन्दी पखवाड़ा’ समारोह का शुभारंभ भी किया गया। जिसमे 28 सितंबर तक विविध प्रतियोगिताओं के द्वारा हिन्दी के प्रति रुचि बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।
बैठक में संस्थान के सभी वैज्ञानिकों/ अधिकारियों एवं परियोजना कर्मचारियों ने शिरकत किया।
(स्रोत: भाकृअनुप- कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, कोलकाता)
Like on Facebook
Subscribe on Youtube
Follow on X X
Like on instagram