1 जुलाई, 2021, जोधपुर
डॉ. अशोक कुमार सिंह, उप महानिदेशक (कृषि विस्तार), भाकृअनुप ने आज भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, जोधपुर, राजस्थान द्वारा आयोजित तीन दिवसीय 'राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली के केवीके की आभासी वार्षिक क्षेत्रीय समीक्षा बैठक' का उद्घाटन किया। .
अपने उद्घाटन संबोधन में डॉ. सिंह ने राज्यवार और स्थान-विशिष्ट समस्याओं को बताया, जिन्हें कृषि विज्ञान केंद्रों के समूह द्वारा पहचाना और संबोधित किया जाना है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि स्थानीय और स्वदेशी आईटीके (स्वदेशी तकनीकी ज्ञान), फसलों एवं नस्लों के प्रलेखन/संरक्षण के लिए कार्यक्रम शुरू किए जाने हैं। उप महानिदेशक ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता की मदद से किसानों से प्राप्त प्रश्नों के समाधान के लिए किसान सारथी एप्प के विकास पर जोर दिया।
डॉ. बी. आर. कम्बोज, कुलपति, सीसीएसएचएयू, हिसार ने केवीके से प्रशिक्षण कार्यक्रमों और विस्तार गतिविधियों आदि के आयोजन के लिए सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) मंचों का उपयोग करने का आग्रह किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि धान-गेहूँ प्रणाली के फसल चक्र में विविधता लाने के लिए दालों को शामिल करके मिट्टी की उर्वरता बनाए रखने और उर्वरकों, कीटनाशकों एवं खरपतवारनाशी के कम उपयोग से पर्यावरण की रक्षा करना है।
डॉ. एस. के. सिंह, निदेशक, भाकृअनुप-अटारी, जोधपुर ने केवीके की स्थिति और प्रत्येक केवीके में किए जा रहे कार्यक्रमों को रेखांकित किया। उन्होंने केवीके से किसानों की समस्याओं के समग्र समाधान के लिए एक अभिसरण मोड में काम करने का भी आग्रह किया।
तीन दिवसीय बैठक में कुल 63 केवीके, राज्य कृषि विश्वविद्यालयों के विस्तार शिक्षा के 7 निदेशकों सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, जोधपुर, राजस्थान)
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