सीफेट, लुधियाना को राजभाषा पुरस्कार
10 फरवरी, 2022, लुधियाना
भाकृअनुप-केन्द्रीय कटाई उपरान्त अभियांत्रिकी एवं प्रोद्योगिकी संस्थान (सीफेट), लुधियाना, कटाई-उपरांत प्रौद्योगिकियों के शोध, शिक्षा एवं प्रसार की दिशा में कार्यरत एक राष्ट्रीय संस्थान है। राष्ट्र के लिए 30 वर्षों से अधिक सेवा के साथ भाकृअनुप-सीफेट ने किसानों/उद्योगों और अन्य हितधारकों हेतु 100 से अधिक प्रौद्योगिकियों का विकास किया है, साथ ही बेरोजगार युवाओं के लिए अधिक से अधिक संख्या में उद्यमिता के अवसर पैदा किए हैं।
संस्थान ने भारतीय खाद्य निगम, कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण, उपभोक्ता मामले विभाग, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय और इसी तरह की अन्य एजेंसियों के लिए अनुसंधान एवं परामर्श का काम किया है। यद्यपि शोध, शिक्षा एवं प्रसार के कार्य के दौरान संस्थान के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा राजभाषा हिंदी में किये जा रहे कार्य भी उल्लेखनीय हैं। इसलिए नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (ना. रा. का. स.), लुधियाना द्वारा ना. रा. का. स. स्तर पर श्रेष्ट कार्य निष्पादन हेतु सीफेट, लुधियाना को आज राजभाषा पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
केन्द्रीय कार्यालयों की श्रेणी में तृतीय पुरस्कार के साथ ही संस्थान द्वारा प्रकाशित राजभाषा पत्रिका (प्रसंस्करण प्रगति) को भी पुरस्कृत किया गया। इस मौके पर श्री विकास कुमार, प्रभारी, राजभाषा प्रकोष्ठ को हिंदी में उत्कृष्ट कार्य के लिए पुरस्कृत किये गए।
डॉ. नचिकेत कोतवालीवाले, निदेशक, भाकृअनुप-सिफेट, लुधियाना के मार्गदर्शन में संस्थान ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के विकास के साथ शोध, शिक्षा एवं प्रसार के कार्यों को राजभाषा हिंदी में व्यक्त करने के लिए प्रोत्साहित करती रही है जिससे अधिक से अधिक हितधारकों को समुचित लाभ पहुचाया जा सके। य़ह संस्थान लंबे अरसे से देश, राजभाषा एवं किसान की सेवा में दृढ संकल्पित है।
(स्रोत: भाकृअनुप-केंद्रीय कटाई उपरान्त अभियांत्रिकी एवं प्रोद्योगिकी संस्थान, सीफेट, लुधियाना)
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